हिमाचल प्रदेश विधानसभा का चौथा सत्र धर्मशाला और तपोवन में एक ऐतिहासिक महक लेकर समाप्त हो गया है, जिसमें पांच दिनों तक सदन की कार्यवाही चली। इस सत्र में सदस्यों ने कुल 471 प्रश्नों का जवाब प्राप्त किया, जो सरकार के प्रति उनके और जनता के सवालों का एक महत्वपूर्ण स्रोत बना।
कार्यवाही की दौड़ और सहमति का माहौल: सत्र की शुरुआत 19 दिसंबर को हुई और सदन की कार्यवाही लगभग 33 घंटे तक चली। इस समय में सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और सरकार से संबंधित 471 प्रश्नों का उत्तर प्राप्त किया। पहले दिन ही सदस्यों की सहमति से विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ, जिसमें विधायक विनय कुमार ने सर्वसम्मति से उपाध्यक्ष का पद ग्रहण किया।
सवालों की महत्वपूर्ण चर्चा: सत्र के दौरान सदस्यों ने 471 प्रश्नों के माध्यम से सरकार से जनता के सवालों को सामने रखा। इनमें से 348 प्रश्न तारांकित थे, जिनमें 286 ऑनलाइन और 62 ऑफलाइन थे, जबकि 123 प्रश्न अतारांकित थे, जिनमें 109 ऑनलाइन और 14 ऑफलाइन थे। सरकार ने इस सभी सवालों का संबंधित विषयों पर उत्तर दिया और सदन में नियम 61, 62, और 63 के तहत विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। सभी समितियों के 41 प्रतिवेदनों को भी सदन में प्रस्तुत किया गया।
अध्यक्ष का धन्यवाद और सदस्यों को शुभकामनाएं: विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सदस्यों, विधायकों, सचिव, और सभी कर्मचारियों का समर्थन करते हुए सत्र की कार्यवाही को समाप्त करते हुए सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने प्रदेशवासियों को क्रिसमस और नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।
मुख्यमंत्री की दिल्ली यात्रा और जवानों के मानदेय में वृद्धि: मुख्यमंत्री ने बताया कि वह तीन जनवरी को दिल्ली जा रहे हैं और उन्होंने विपक्ष के सदस्यों को भी उनके साथ चलने के लिए कहा है। इस यात्र